Mulethi: 7 Surprising Benefits You Need to Know

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6th Apr, 2025

Ayurvedic Herbs

What is Mulelthi? मुलेठी(Mulethi) यानि यष्टिमधु एक आयुर्वेदिक प्लांट है जो वैदिक समय से उपयोग होता रहा है। वेदों मे इसे …

Mulethi: 7 Surprising Benefits You Need to Know

What is Mulelthi?

मुलेठी(Mulethi) यानि यष्टिमधु एक आयुर्वेदिक प्लांट है जो वैदिक समय से उपयोग होता रहा है। वेदों मे इसे दुर्भाग्य नाशक बताया गया है और इसका विष को हरने के लिए उपयोग किया जाता था। आचार्य चरक ने इसे बहोत सारे वर्गों मे उपयोग वर्णित किया है। अभी के समय मे भी ये बहोत ही फायदे कारक औषधि है जो बहोत सारे रोगों मे मदद करती है जिसके बारे मे हम आगे आर्टिकल मे डीटेल मे बात करेंगे।

मुलेठी के चमत्कारिक फायदे

  1. How to Use Mulethi for Effective Cough Relief
    यष्टिमधु यानि मुलेठी(Mulethi) जो ज्यादातर खासी के लिए उपयोग मे आता है। मुलेठी की चोटी लकड़ी (Mulethi stick) मिलती है उसे चूसने से खासी तुरंत बंध हो जाती है। ज्यादातर सुखी खासी मे जल्दी आराम देता है, क्युकी मुलेठी का रस मीठा और स्निग्ध और वातहर है।
  2. How to Use Mulethi for Glowing Skin
    मुलेठी का पाउडर (Mulethi powder)दूध मे मिलके लगाने से त्वचा का कलर निखरता है। धूप से त्वचा का कलर काला हो गया हो तब मुलेठी और दूध का लेप करने से त्वचा का कलर निखार आता है।
  3. How to Use Mulethi for Effective Anti-Ageing
    मुलेठी का पाउडर(Mulethi powder) दूध के साथ हररोज लगाने से त्वचा की जुरिया कम करता है। मुलेठी त्वचा की elasticity यानि लचिलता को ठीक करके जुरिया कम करता है।
  4. How to Use Mulethi for Pimple Treatment
    Mulethi-use-for-pimple
    मुलेठी, निम्ब और गिलोय का पाउडर मिलके लगाने से मुहसे(Pimples) दूर होते है।
  5. How to Use Mulethi for Healthy Hair
    दुध के साथ मुलेठी पाउडर(Mulethi powder) लेने से बाल घने होते है और डेंड़रफ(dandruff) समस्या दूर होती है।
    बाल मे मुलेठी का पाउडर, मध और दूध मिलके लगाने से बाल बढ़ते है और डैंडरुफ़ दूर होता है।
  6. How Mulethi Supports Heart Health

    मुलेठी(Mulethi) को अश्वगंधा और खड़ी शक्कर के साथ देने से हृदय की बीमारी जेसे B.P. कम हो जाता है और आराम मिलता है।

  7. How Mulethi Supports Fetal Development

    Intra uterine growth restriction अथवा गर्भ मे बच्चे का विकास न हो रहा हो (गर्भशोष) अथवा 3 महीने के बाद विकास आगे न बढ़े तो उसमे मुलेठी बहुत लाभदायी है। एसी स्थिति मे माता को मुलेठी(Mulethi), गंभारी और खड़ी शक्कर का पाउडर थोड़े महीने के लिए लेने से लाभ मिलता है।

ऊपर लिखे गए सारे फायदे आयुर्वेदिक संहिताओ मे से लिए गए है। मुलेठी का उपयोग आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह ले कर ही करे। ऊपर लिखे गए रोगों मे ये काम मुलेठी अपने मधुर रस, गुरु स्निग्ध गुण और वात पित हर गुण और अपने प्रभाव से करती है जिसका reference नीचे दिए गए श्लोको मे है और सारे योग अनुभवित है और आयुर्वेदिक ग्रंथों से लिए गए है।

Reference of Mulethi

यष्टीमधुर्मधुयष्टी मधुवल्ली मधुस्रवा |
मधुकं मधुका यष्टी यष्ट्याह्वं वसुसम्मितम् ||१४४||
मधुरं यष्टिमधुकं किञ्चित्तिक्तं च शीतलम् |
चक्षुष्यं पित्तहृद्रुच्यं शोषतृष्णाव्रणापहम् ||१४५||
राजनिघण्टु – ६. पिप्पल्यादिवर्ग
यष्टीमधुकं मधुकं मधुयष्टी मधुश्रवा ||१०१||
यष्टीमधु क्लीतनकं यष्ट्याह्वं क्लीतनं मधु |
यष्टीकमपरां भोजा मधुपर्णी मधुलिका ||१०२||
यष्टी हिमा गुरुः स्वादुश्चक्षुष्या बलवर्णकृत् |
सुस्निग्धा शुक्रला केश्या स्वर्या पित्तानिलास्रजित् ||१०३||
व्रणशोफविषच्छर्दितृष्णाग्लानिक्षतापहा |१०४|
कैयदेवनिघण्टु – १. ओषधिवर्ग|
मधुयष्टी स्वादुरसा शीतपित्तविनाशिनी |
वृष्या शोषक्षयहरा विषच्छर्दिविनाशनी ||१६०||
धन्वन्तरिनिघण्टु – १. गुडूच्यादिवर्ग
यष्टीमधु तथा यष्टीमधुकं क्लीतकं तथा |
अन्यत्क्लीतनकं तत्तु भवेत्तोये मधूलिका ||१२८||
यष्टी हिमा गुरुः स्वाद्वी चक्षुष्या बलवर्णकृत् |
सुस्निग्धा शुकला केश्या स्वर्या पित्तानिलास्रजित् |
घ्राणशोथविषच्छर्दितृष्णाग्लानिक्षयापहा ||१२९||
भावप्रकाश-पूर्वखण्ड-मिश्रप्रकरण – २. हरीतक्यादिवर्ग
मधुयष्टी क्लीतनकं यष्टीमधु मधूलिका |
यष्ट्याह्वं मधुकं यष्टिमधूकं जलजा मधुः |
मधुयष्टी गुरुः शीता बल्या तृट्छर्दिपित्तजित् ||८७||

मदनपालनिघण्टु – १. अभयादिवर्ग

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